चाँद से भी ज़्यादा तू ख़ूबसूरत लगे,
रात भर मेरे दिल में तेरी चाह रहे।
ख़ामोशी में छुपी तेरी दस्तक सुनूँ,
साँसों में तेरे आने की हलचल चुनूँ।
तेरी धड़कनों की जो ये लय,
मेरी रूह पे लिखती अभय।
तू पास हो तो चैन मिले,
तू दूर जाए तो दिल हिले।
तू है तो मेरी दुनिया भी रोशन लगे,
तेरे बिन पल भी अब बोझिल लगे।
धड़कों में धीरे से उतर जा तू,
साँसों में लम्हों की तरह बस जा तू।
तू ही सवेरा… तू ही अंधेरा…
तू ही मेरा हर सुकून घनेरा…
तेरी यादों का मौसम बड़ा सुकून दे,
हर लम्हा तेरे होने का जुनून दे।
बारिश की फुहारें तेरी बातें कहें,
खिड़की पे गिरती बूंदें तुझे समझाएँ बहें।
रातों में जब तेरा ख्याल बरसे,
दिल की गलियों में उजाले भर से।
तू दूर सही पर एहसास पास रहा,
सपनों में तेरे होने का विश्वास रहा।
दिल ये तेरा मुसाफ़िर है,
हर जज़्बे में तेरी ही सिहर है।
छोड़ूं कैसे तेरा दामन मैं,
तेरी धुन मेरी हर धड़कन में।
तू है तो रातें भी मखमली लगें,
तू है तो सपने भी असली लगें।
आ जा मेरे दिल के करीब ज़रा,
रहना तेरा मुझे उम्र भर लगा।
तू ही तमन्ना… तू ही दुआ है…
तू ही रूह की पहचान मेरा जहाँ है…