[Intro] [Verse] बाजार में दो बच्चे दौड़ कर आये, सूरज की ताजा छाय

Ahmad
5/20/2025Aria v1
[Intro] [Verse] बाजार में दो बच्चे दौड़ कर आये, सूरज की ताजा छाया बाजार में खाली लाये। चारों ओर फूल झाड़ी, वहीं दौड़ लगाये, आदर और धूमधाम, वहीं दौड़ लगाये। [Verse] दूर से दौड़ कर मिले, दो बच्चे दौड़ रहे, मन में उस दिन का सुनहरा ताजा छाया रहे। बाजार की धुन और फूलों की गंध, वहीं दौड़ लगाये, वहीं दौड़ रहे। [Chorus] दो बच्चे दौड़ कर आये, बाजार में खाली लाये, सूरज की ताजा छाया वहीं दौड़ रहे। दूर से दौड़ कर मिले, दो बच्चों ने दौड़ लगाई, मन में उस दिन का सुनहरा ताजा छाया रहे। [Verse] सूखे फूल और शीतल बारिश, दौड़ रहे दो बच्चे वहीं दौड़ रहे। सूरज की ताजा छाया वहीं दौड़ रहे, दूर से दौड़ कर मिले, दो बच्चों ने दौड़ लगाई। [Verse] फूलों की गंध और बाजार की धुन, दौड़ रहे दो बच्चे वहीं दौड़ रहे। सूरज की ताजा छाया वहीं दौड़ रहे, दूर से दौड़ कर मिले, दो बच्चों ने दौड़ लगाई। [Pre-chorus] सूखे फूल और शीतल बारिश, दौड़ रहे दो बच्चे वहीं दौड़ रहे। [Chorus] दो बच्चे दौड़ कर आये, बाजार में खाली लाये, सूरज की ताजा छाया वहीं दौड़ रहे। दूर से दौड़ कर मिले, दो बच्चों ने दौड़ लगाई, मन में उस दिन का सुनहरा ताजा छाया रहे। [Chorus] दो बच्चे दौड़ कर आये, बाज [Outro]