स्थाई (Chorus):
लगन तुमसे लगा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
तुम्हें अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा॥
अंतरा 1 (Verse 1):
कभी दुनिया से डरते थे,
छुप-छुप याद करते थे।
लो अब पर्दा उठा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा॥
लगन तुमसे लगा बैठे...
अंतरा 2 (Verse 2):
तुम्हारी याद में मोहन,
भुला बैठे हैं ये जीवन।
तुम्हीं से प्रीत जोड़ बैठे,
जो होगा देखा जाएगा॥
लगन तुमसे लगा बैठे...
अंतरा 3 (Verse 3):
जमाने को दिखाना था,
हमें तो ये निभाना था।
बड़ी मुश्किल से पा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा॥
लगन तुमसे लगा बैठे...