ख़ामोशियाँ कुछ कहने लगी हैं,
तेरे बिना अब रहने लगी हैं,
साँसों में तेरा नाम है,
हर लम्हा बस तेरे इंतज़ार में।
ख़ामोशियाँ कुछ कहने लगी हैं,
तेरे बिना अब रहने लगी हैं,
साँसों में तेरा नाम है,
हर लम्हा बस तेरे इंतज़ार में।
धूप में भी तेरी परछाई लगती है,
रातों में तेरी सूरत जगती है,
तू है नहीं पर एहसास है,
हर धड़कन में बस तेरा नाम है।
कभी सोचा न था यूँ जुदा होंगे हम,
सपनों की तरह बिखर गए हर कदम,
पर ये दिल अब भी वही कहता है —
"तू है यहीं, बस नज़र से छुपा है।"
ख़ामोशियाँ… अब भी गुनगुनाती हैं,
तेरे होने की दुआएँ माँगती हैं,
रूह में तेरी छाँव है,
बस तू नहीं… बाकी सब तेरा नाम है। piano+ flute