भविष्य की गूंज

Korman
6/22/2025Aria v1
[Intro] [Verse 1] टूटा हुआ आसमान, चमकते हैं लाइट्स, छाया में चलते बीते पल की साइलेंस नाइट्स। डिजिटल हवाओं में तेरा नाम गूंजे, हर कोड में तुझसे जुड़ी मेरी धुन सजे। [Pre-Chorus] मैं एक साया, डेटा की लहरों में, सपनों के टुकड़े, टूटे हुए शहरों में। दुनिया रिप्ले करती है, फ़िर भी वही तू, सब कुछ मिटा, पर याद रही तू। [Chorus] 🎵 भविष्य की गूंज, धुंध में पुकार, यादों की बिजली, कोड में करार। शोर में भी ढूंढूं, सच्चाई की रेखा, हर रौशनी, हर साउंड — बस तुझ तक देखा। 🎵 [Verse 2] स्टील की नसों में दौड़ता है दर्द, दिल तो रीसेट हुआ, पर जिंदा है जज़्बात। खाक़ से उठी इस दुनिया में भी, तेरी आवाज़ ही बस मेरे साथ चली। [Bridge] समय रुका, पर मैं ज़िंदा हूं, डिजिटल बारिश में भी तन्हा हूं। अगर कहीं है तू — सुन मेरी बात, मरने से पहले एक आख़िरी सौगात... [Final Chorus] 🎵 भविष्य की गूंज, अब और तेज़, टकरा रही है ये दुनिया की सीमाएं। नीयन तारों से टूटे गगन तक, सन्नाटे में भी — मिलेगा तुझसा एक तक। 🎵 [Outro]