जय हनुमान

9/5/2025Aria v2
[Intro] [Verse 1] जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर। राम दूत अतुलित बल धामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥ [Chorus] प्रभु चरणों में शक्ति अमित, भक्ति की गंगा बहे अरपित। जय जय हनुमान बलवीरा, संकट मोचन नाम महाधीरा॥ [Verse 2] देवताओं के दिए वरदान, लोक-परलोक के हो त्राण। राम नाम का जपे प्रताप, दुष्ट दलन, भक्ति के भंडार॥ [Outro]