मारने वाले को भी तारे
6/15/2025Aria v1
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
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कंस पे पड़ा काल का अंधियारा
थर थर काँपे वो बेचारा
मारने चाहे वो बृजनाथ को
चाल उसकी सारी विफल हो
आ...
हो...
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
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देखो री देखो री
कंस की नई चाल देखो री
पूतना को उसने बुलवाया
लाल जू को मारने की पट्टी पढ़ाया
चली रे चली, बृज की ओर पूतना बढ़ी
घमंड में अपने लतपथ, नियति कड़ी
पहुंची वो पावन बृज धाम
बदल अपना वेश और नाम
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
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बन के वो पूतना सुंदरी
भेस धर बनी वो ब्राह्मणी
मायावी वो सबका मन रीझे
मन ही मन कुटिलता कीजे
स्तनों में अपने विष लगाके
बोली वचन माँ जसुदा से
माता मैं मथुरा की ब्राह्मणी, आशीष लाल को देने आई
लाल को तेरे जो दूध पिलाऊँ, दीर्घ आयु का वरदान दिलाऊं
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
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वरदान मैंने ये पाया
सुझाव ये माँ के मन भाया
लाल को दिया राक्षसी के हाथ में
चली वे ले लाल को एकांत में
विष भरा दूध उसको पिलाया
कान्हा ने उसको काटा तो दर्द से चिल्लाया
दर्द के मारे लगे चीखने
आकाश में लगी वो उड़ने
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
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देखके पूतना माता का मन काँपा
पर लाल ने उसको था मारा
माता की गति उसको देके
चले उसको वैकुंठ लेके
राधा प्यारी पूछन लागी
समझ ना आई लीला आपकी
प्यार से कान्हा ने समझाया
पूर्व जन्म का फल उसने पाया
O...
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
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पिछले जन्म में पूतना थी री
पुत्री रत्नमाला राजा बलि की
वामन अवतार से मोहित होके
मन ही मन चाही की ये मोरे पूत होते
पिलाती मैं इसको दूध अपना
तीन पग भूमि जब उनने नापा
मन ही मन उसने यह राचा
ऐसे को मैं दूध में विष पिलाऊँ
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
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प्रभु ने उसकी दोनों इच्छा पूर्ण की
कृष्ण अवतार में मनोकामना पूर्ण की
माता की गति उसको दी जिसने विष भरा दूध पिलाया
तो तुम ही सोचो प्यारे बंधुओं की उसने क्या है पाया
जिसने प्रभु को सच्चे हृदय से है चाहा
मेरे कृष्ण कन्हैया को सबकुछ अपना माना
बोलो जय राधे रानी की
बोलो जय कन्हाई की
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा के आँखों के तारे
हो
मारने वाले को भी तारे
ऐसे हैं जसुदा माँ के प्यारे