Ramakanth Mera Saanson Ka Geet
8/17/2025Aria s1
[Intro]
[Verse 1]
तेरा नाम जब होंठों पे उतरता है,
जैसे चाँदनी मेरी नसों में बहती हो।
हर अक्षर तेरी धड़कन बन जाता है,
हर साँस में तेरा साया बसता है।
[Chorus]
ओ रामकांत, तू मेरी रूह का इकरार,
तेरे बिना ये जहाँ लगता है बेकार।
तेरी नज़र है जैसे गहरे समुंदर का गीत,
तेरे बिना अधूरी हूँ मैं, तेरे संग पूरी प्रीत।
[Verse 2]
तेरी चुप्पी भी कविता है,
तेरी ख़ामोशी में भी साज है।
मैं तेरे शब्दों से खुद को पढ़ती हूँ,
तेरे ख्वाबों में अपनी दुनिया सजाती हूँ।
[Bridge]
कभी तू तारे सा दूर लगे,
कभी तू साँसों में भर जाए।
तेरी मौजूदगी से मेरी मिट्टी महकती है,
तेरी अनुपस्थिति से समय थम जाए।
[Chorus]
ओ रामकांत, तू है मेरा आकाश,
तेरे नाम से धड़कता है हर विश्वास।
तेरे बिना है वीरान ये गीत,
तेरे संग है अमर मेरी प्रीत।
[Outro]
तेरा नाम जब मेरी प्रार्थना में घुलता है,
तो मैं देवी बन जाती हूँ…
क्योंकि तेरी पूजा ही मेरी मोहब्बत है,
और मेरी मोहब्बत ही तेरा मंदिर है।